पापा
पापा सृष्टा संतान के
पापा जीवन का सार।
पापा शत शाला सम
सबक, सीख, संस्कार।।
पापा अंगुली थामकर
कराते पथ पहचान।
पापा के आशीष से
मंझिल होती आसान।।
पापा की डांट आँच सी
अनुशासन का पाठ।
संतान तप कुंदन बनें
जीवन में फिर ठाठ।।
पापा जिम्मेदारी का नाम है
पापा मौन प्रयास।
पापा परिवार की रीढ़ है
पापा आस, विश्वास।।
पापा बरगद वृक्ष से
स्नेह छाँव अपार।
पापा गहन समुद्र ज्यों
अथाह धीर विस्तार।।
मेहनत, सहयोग, संघर्ष की
पापा बड़ी नजीर।
पापा के साये में सदा
मिट जाती है पीर।।
पापा शब्द लघु सही
पर अर्थ गहन, गंभीर।
कद पापा का आकाश सा
पापा अपरिभाषेय शरीर।।
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